कक्षा 10 भूगोल: अध्याय 7 - राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
विषय-सूची
1. परिवहन (Transport)
परिवहन वह माध्यम है जिसके द्वारा लोग, वस्तुएँ और सेवाएँ एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाई जाती हैं। यह व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देता है, जिससे देश की आर्थिक वृद्धि होती है।
परिवहन के प्रकार:
परिवहन को मुख्य रूप से तीन प्रमुख क्षेत्रों में वर्गीकृत किया जाता है:
A. स्थलीय परिवहन (Land Transport):
सड़कें (Roadways):
भारत में सड़क परिवहन रेलवे से पहले विकसित हुआ। यह अपेक्षाकृत कम दूरी, कम व्यक्तियों और कम वस्तुओं के लिए अधिक सुविधाजनक है।
- महत्व:
- रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों को जोड़ता है।
- घर-घर सेवा प्रदान करता है।
- ऊबड़-खाबड़ और पहाड़ी इलाकों में भी बनाया जा सकता है।
- कम दूरी के लिए सबसे सस्ता परिवहन साधन।
- जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं (जैसे फल, सब्जियां) के परिवहन के लिए आदर्श।
- सड़कों का वर्गीकरण (क्षमता के आधार पर):
- स्वर्णिम चतुर्भुज महा राजमार्ग (Golden Quadrilateral Super Highways): दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई को जोड़ने वाली 6-लेन सुपर-हाईवे परियोजना। इसका उद्देश्य भारत के चार महानगरों के बीच दूरी और यात्रा के समय को कम करना है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways - NH): देश के दूरदराज के हिस्सों को जोड़ने वाली मुख्य सड़कें। ये केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा अनुरक्षित हैं। उदाहरण: NH-44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी तक), NH-2 (दिल्ली से कोलकाता)।
- राज्य राजमार्ग (State Highways - SH): राज्य की राजधानी को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़ते हैं। इनका रखरखाव राज्य लोक निर्माण विभाग (PWD) करता है।
- जिला सड़कें (District Roads): जिला मुख्यालयों को जिले के अन्य स्थानों से जोड़ती हैं। इनका रखरखाव जिला परिषदें करती हैं।
- ग्रामीण सड़कें (Rural Roads): ग्रामीण क्षेत्रों और गांवों को शहरों से जोड़ती हैं। 'प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना' के तहत इन सड़कों का विशेष प्रावधान किया गया है।
- सीमांत सड़कें (Border Roads): ये सड़कें अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पास के क्षेत्रों में बनाई जाती हैं। इनका रखरखाव सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation - BRO) करता है। ये सड़कें देश की रक्षा तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- सड़क घनत्व (Road Density): प्रति 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सड़कों की कुल लंबाई। यह देश के विभिन्न हिस्सों में असमान है (जैसे जम्मू और कश्मीर में कम, उत्तर प्रदेश में अधिक)।
रेलवे (Railways):
रेलवे भारत में वस्तुओं और यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है। यह अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- महत्व:
- लंबी दूरी तक भारी और थोक वस्तुओं के परिवहन के लिए आदर्श।
- कई आर्थिक गतिविधियों को एकीकृत करता है: कृषि, उद्योग, तीर्थयात्रा, पर्यटन।
- देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान।
- रेलवे नेटवर्क का वितरण:
- उत्तरी मैदान: सघन रेलवे नेटवर्क, क्योंकि यहाँ समतल भूमि, घनी आबादी और समृद्ध कृषि संसाधन हैं।
- प्रायद्वीपीय भारत: पहाड़ी इलाके, कम आबादी और सुरंगों के कारण रेलवे लाइनें अनियमित हैं।
- हिमालयी क्षेत्र: उच्च ऊंचाई, उबड़-खाबड़ इलाके और विरल आबादी के कारण रेलवे लाइनों का अभाव।
- तटीय मैदान: कोंकण रेलवे पश्चिमी घाट के साथ बनाया गया है, जो यात्रियों और वस्तुओं के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- चुनौतियां: बिना चौकी वाले रेलवे क्रॉसिंग, चेन खींचना, रेलवे संपत्ति की चोरी और क्षति, यात्रियों द्वारा बिना टिकट यात्रा।
पाइपलाइन (Pipelines):
पाइपलाइन परिवहन का एक नया साधन है, जिसका उपयोग कच्चे तेल, पेट्रोलियम उत्पादों और प्राकृतिक गैस के परिवहन के लिए किया जाता है।
- महत्व:
- शुरुआती लागत अधिक होती है, लेकिन चलाने की लागत बहुत कम होती है।
- परिवहन के दौरान होने वाले नुकसान और रिसाव को कम करता है।
- ठोस पदार्थों को घोल में बदलकर भी पाइपलाइन से ले जाया जा सकता है (जैसे लोहे का घोल)।
- भारत में गैस रिफाइनरियों और ताप विद्युत संयंत्रों को गैस प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- भारत की प्रमुख पाइपलाइन नेटवर्क:
- असम से कानपुर (उत्तर प्रदेश) तक: गुवाहाटी, बरौनी और इलाहाबाद के रास्ते।
- गुजरात में सलाया से मथुरा (उत्तर प्रदेश) तक: वीरमगाम, दिल्ली और पानीपत के रास्ते।
- हजीरा (गुजरात) से विजयपुर (मध्य प्रदेश) होते हुए जगदीशपुर (उत्तर प्रदेश) तक (HVJ पाइपलाइन): यह भारत की सबसे लंबी गैस पाइपलाइन है।
B. जल परिवहन (Water Transport):
यह परिवहन का सबसे सस्ता साधन है और भारी तथा बड़े सामानों के परिवहन के लिए सबसे उपयुक्त है। यह पर्यावरण के अनुकूल और ईंधन-कुशल है।
अंतर्देशीय जलमार्ग (Inland Waterways):
भारत में लगभग 14,500 किमी नौगम्य जलमार्ग हैं।
- भारत के प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्ग (National Waterways - NW):
- NW-1: गंगा नदी पर इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (1620 किमी)।
- NW-2: ब्रह्मपुत्र नदी पर सादिया और धुबरी के बीच (891 किमी)।
- NW-3: केरल में पश्चिमी तट नहर (कोट्टापुरम-कोल्लम) (205 किमी)।
- अन्य महत्वपूर्ण जलमार्ग: गोदावरी, कृष्णा, बराक, सुंदरबन, बकिंघम नहर।
समुद्री मार्ग (Oceanic Routes/Sea Ports):
भारत में 7516.6 किमी लंबी तटरेखा है, जिसमें 12 प्रमुख बंदरगाह और 200 अधिसूचित छोटे बंदरगाह हैं। ये विदेशी व्यापार को संभालते हैं।
- प्रमुख बंदरगाह (Major Ports):
- कांडला (गुजरात): एक ज्वारीय बंदरगाह। विभाजन के बाद कराची बंदरगाह के नुकसान की भरपाई के लिए विकसित किया गया।
- मुंबई (महाराष्ट्र): सबसे बड़ा बंदरगाह, एक प्राकृतिक और सुव्यवस्थित हार्बर।
- जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (महाराष्ट्र): मुंबई बंदरगाह पर भीड़ कम करने के लिए विकसित किया गया।
- मार्मागाओ (गोवा): भारत के लौह अयस्क निर्यात का 50% से अधिक संभालता है।
- न्यू मैंगलोर (कर्नाटक): कुद्रेमुख से लौह अयस्क का निर्यात करता है।
- कोच्चि (केरल): लैगून के मुहाने पर स्थित, एक प्राकृतिक हार्बर।
- तूतीकोरिन (तमिलनाडु): दक्षिण-पूर्व तट पर स्थित, श्रीलंका और मालदीव से व्यापार के लिए।
- चेन्नई (तमिलनाडु): सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह।
- विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश): सबसे गहरा भू-बंद (land-locked) बंदरगाह।
- पारादीप (ओडिशा): लौह अयस्क के निर्यात के लिए।
- कोलकाता (पश्चिम बंगाल): एक अंतर्देशीय नदीय बंदरगाह। हुगली नदी पर स्थित, इसे एक ज्वारीय बंदरगाह की आवश्यकता होती है।
- हल्दिया (पश्चिम बंगाल): कोलकाता बंदरगाह पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए विकसित किया गया।
C. वायु परिवहन (Air Transport):
यह परिवहन का सबसे तेज, सबसे आरामदायक और सबसे महंगा साधन है। यह दूरदराज के क्षेत्रों और कठिन इलाकों (पहाड़ों, रेगिस्तानों, घने जंगलों) तक पहुंचने के लिए आदर्श है।
- राष्ट्रीयकरण: 1953 में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण किया गया।
- संचालन: एयर इंडिया (अंतर्राष्ट्रीय सेवाएं) और इंडियन एयरलाइंस (घरेलू सेवाएं)।
- पवन हंस हेलीकॉप्टर्स लिमिटेड: तेल और गैस क्षेत्रों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है, और दुर्गम क्षेत्रों (जैसे उत्तर-पूर्वी राज्य, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड) तक पहुंच प्रदान करता है।
- महत्व:
- आपदाओं के समय राहत कार्यों में महत्वपूर्ण।
- देश के रक्षा तंत्र के लिए महत्वपूर्ण।
- उच्च मूल्य वाली और जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं के लिए आदर्श।
- प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे: दिल्ली (इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा), मुंबई (छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा), चेन्नई, कोलकाता (नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा), बेंगलुरु, हैदराबाद, अमृतसर (श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)।
2. संचार (Communication)
संचार वह माध्यम है जिसके द्वारा सूचनाएं एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजी जाती हैं। यह व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों जरूरतों को पूरा करता है।
संचार के प्रकार:
A. व्यक्तिगत संचार (Personal Communication):
इसमें व्यक्तियों के बीच सूचना का आदान-प्रदान शामिल है।
डाक सेवाएँ (Postal Services):
भारत में सबसे बड़ी डाक सेवाओं में से एक।
- डाक नेटवर्क: पत्र, कार्ड, पार्सल आदि के माध्यम से संदेश और पार्सल भेजता है।
- डाक चैनलों की शुरुआत: बड़े शहरों में मेल के त्वरित वितरण के लिए छह मेल चैनल शुरू किए गए हैं (राजधानी चैनल, मेट्रो चैनल, ग्रीन चैनल, व्यापार चैनल, थोक मेल चैनल और आवधिक चैनल)।
- पार्सल सेवाएँ: छोटे पार्सल और वित्तीय लेनदेन (जैसे मनी ऑर्डर) भी करती है।
टेलीकॉम नेटवर्क (Telecom Network):
- भारत का टेलीकॉम नेटवर्क एशिया में सबसे बड़ा है।
- एसटीडी (STD - Subscriber Trunk Dialling) सुविधाओं ने देश के हर कोने को जोड़ दिया है।
- मोबाइल फोन और इंटरनेट के आगमन ने संचार को और भी सुविधाजनक बना दिया है।
B. सामूहिक संचार (Mass Communication):
यह बड़ी संख्या में लोगों को सूचना, मनोरंजन और जागरूकता प्रदान करता है।
टेलीविजन (Television):
- दूरदर्शन (भारत का राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल) दुनिया के सबसे बड़े स्थलीय नेटवर्कों में से एक है। यह विभिन्न शैक्षिक, कृषि, खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रसारण करता है।
रेडियो (Radio):
- आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) विभिन्न भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित करता है। यह सूचना, शिक्षा और मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
समाचार पत्र (Newspapers):
- भारत में बड़ी संख्या में समाचार पत्र विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित होते हैं।
- यह सूचना और विश्लेषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
पत्रिकाएँ (Magazines):
- साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक पत्रिकाएँ विभिन्न विषयों पर जानकारी प्रदान करती हैं।
फिल्में (Films):
- भारत दुनिया में फीचर फिल्मों का सबसे बड़ा उत्पादक है।
- यह मनोरंजन और सांस्कृतिक संदेशों को फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्मों को प्रमाणित करता है।
3. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trade)
राज्यों और देशों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान 'व्यापार' कहलाता है। दो देशों के बीच होने वाले व्यापार को 'अंतर्राष्ट्रीय व्यापार' कहते हैं।
महत्व:
- यह देश को उन वस्तुओं के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाता है जो वह कुशलता से पैदा कर सकता है, और दूसरों से आयात कर सकता है।
- देश की आर्थिक समृद्धि का 'बैरोमीटर' (मापक) है।
- विदेशी मुद्रा अर्जित करने का स्रोत।
व्यापार संतुलन (Balance of Trade):
- अनुकूल व्यापार संतुलन: जब निर्यात का मूल्य आयात के मूल्य से अधिक होता है।
- प्रतिकूल व्यापार संतुलन: जब आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य से अधिक होता है।
व्यापार की वस्तुएँ:
- निर्यात की वस्तुएँ: कृषि उत्पाद, खनिज, तैयार माल (कपड़ा, चमड़ा उत्पाद, रत्न और आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स)।
- आयात की वस्तुएँ: पेट्रोलियम उत्पाद, मशीनरी, रसायन, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएँ, खाद्यान्न।
पर्यटन (Tourism):
पर्यटन भारत में एक बढ़ता हुआ उद्योग है।
- महत्व:
- लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
- विदेशी पर्यटकों से विदेशी मुद्रा अर्जित होती है।
- स्थानीय हस्तशिल्प और सांस्कृतिक उद्योगों को बढ़ावा देता है।
- राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है।
- सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देता है।
यह नोट्स आपको अध्याय 7 के महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझने में मदद करेंगे।