अध्याय 3: डिजिटल और ऑनलाइन कौशल
परिचय: आज का युग डिजिटल युग है। कंप्यूटर, इंटरनेट और स्मार्टफोन ने हमारे काम करने, सीखने, संवाद करने और मनोरंजन करने के तरीके को पूरी तरह बदल दिया है। इस यूनिट का उद्देश्य आपको उन आवश्यक डिजिटल और ऑनलाइन कौशलों से लैस करना है जो व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफलता के लिए अनिवार्य हैं। यह अध्याय आपको डिजिटल दुनिया में आत्मविश्वास से नेविगेट करने, सूचनाएँ खोजने, उत्पादकता बढ़ाने, सुरक्षित रहने और नई संभावनाएँ तलाशने में मदद करेगा।
विषय-सूची
3.1 डिजिटल कौशल का परिचय और एमएस वर्ड (Introduction to Digital Skills & MS Word)
अवधारणाएँ (Concepts):
- डिजिटल कौशल क्या हैं? (What are Digital Skills?): कंप्यूटर, इंटरनेट और डिजिटल उपकरणों (जैसे स्मार्टफोन, टैबलेट) का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की क्षमता। इसमें सॉफ्टवेयर चलाना, फाइलें बनाना/प्रबंधित करना, ऑनलाइन सूचना खोजना, संचार करना और समस्याओं का समाधान करना शामिल है।
- डिजिटल साक्षरता का महत्व (Importance of Digital Literacy): आधुनिक दुनिया में शिक्षा, रोजगार, सरकारी सेवाओं, बैंकिंग, स्वास्थ्य सूचना तक पहुँच और सामाजिक जुड़ाव के लिए यह मौलिक है। यह उत्पादकता बढ़ाती है और नई अवसरों के द्वार खोलती है।
- वर्ड प्रोसेसिंग (Word Processing): कंप्यूटर का उपयोग करके टेक्स्ट (पाठ) दर्ज करने, संपादित करने, फॉर्मेट करने और प्रिंट करने की प्रक्रिया। यह पारंपरिक टाइपराइटर का डिजिटल उन्नत रूप है।
- एमएस वर्ड (MS Word): माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाया गया विश्व का सबसे लोकप्रिय वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर। यह माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सुइट (Microsoft Office Suite) का एक हिस्सा है।
व्यावहारिक कौशल (Practical Skills):
- वर्ड इंटरफेस को समझना: रिबन, टैब (होम, इंसर्ट, डिज़ाइन, लेआउट आदि), क्विक एक्सेस टूलबार, स्टेटस बार।
- दस्तावेज़ बनाना और सहेजना: नया डॉक्यूमेंट बनाना, टेक्स्ट टाइप करना, डॉक्यूमेंट को सेव करना (
.docx
फॉर्मेट), पासवर्ड से सुरक्षित करना। - टेक्स्ट संपादन: कट, कॉपी, पेस्ट, फाइंड एंड रिप्लेस।
- टेक्स्ट फॉर्मेटिंग: फॉन्ट (शैली, आकार, रंग), पैराग्राफ फॉर्मेटिंग (संरेखण - बाएँ, दाएँ, केंद्र, जस्टिफाई; लाइन स्पेसिंग, बुलेट्स और नंबरिंग)।
- पेज फॉर्मेटिंग: पेज साइज़, मार्जिन, ओरिएंटेशन (पोर्ट्रेट/लैंडस्केप), पेज बॉर्डर, पेज नंबर डालना।
- ऑब्जेक्ट्स डालना: इमेजेस (चित्र), शेप्स (आकृतियाँ), टेबल्स (तालिकाएँ), हाइपरलिंक्स (किसी वेबपेज या फाइल का लिंक)।
- समीक्षा करना: स्पेलिंग और ग्रामर चेक, थिसॉरस (समानार्थी शब्द खोजना), ट्रैक चेंजेस (परिवर्तनों को ट्रैक करना - सहयोग के लिए उपयोगी)।
- प्रिंट करना: प्रिंट प्रिव्यू देखना, प्रिंट सेटिंग्स समायोजित करना।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Key Vocabulary):
डॉक्यूमेंट (दस्तावेज़), रिबन, फॉन्ट, फॉर्मेटिंग, पैराग्राफ, मार्जिन, हेडर/फुटर, टेम्पलेट, सहेजें (Save), सहेजें के रूप में (Save As), प्रिंट।
3.2 इंटरनेट, सर्च इंजन और ईमेल का उपयोग (Using Internet, Search Engines & Emails)
अवधारणाएँ (Concepts):
- इंटरनेट क्या है? (What is Internet?): दुनिया भर के कंप्यूटर नेटवर्कों का एक विशाल नेटवर्क, जो सूचनाओं और संसाधनों को साझा करने की अनुमति देता है। इसे "नेट" या "वेब" भी कहा जाता है।
- वर्ल्ड वाइड वेब (WWW): इंटरनेट पर सूचनाओं तक पहुँचने का सबसे आम तरीका, जहाँ वेबपेज हाइपरलिंक्स के माध्यम से जुड़े होते हैं।
- वेब ब्राउज़र (Web Browser): वह सॉफ्टवेयर जो इंटरनेट पर वेबपेजों को खोलने और दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है (जैसे Google Chrome, Mozilla Firefox, Microsoft Edge, Safari)।
- सर्च इंजन (Search Engine): एक ऑनलाइन टूल जो इंटरनेट पर सूचनाओं को खोजने में मदद करता है। यह कीवर्ड (खोज शब्द) लेता है और प्रासंगिक वेबपेजों की एक सूची (SERP - सर्च इंजन रिजल्ट पेज) दिखाता है (जैसे Google, Bing, DuckDuckGo)।
- ईमेल (Email - Electronic Mail): इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल संदेशों का आदान-प्रदान करने का एक तरीका। यह तेज़, किफायती और दस्तावेज़ (अटैचमेंट) भेजने में सक्षम है।
व्यावहारिक कौशल (Practical Skills):
- वेब ब्राउज़र का उपयोग: एड्रेस बार में वेब एड्रेस (URL - जैसे
https://www.example.com
) टाइप करना, बैक/फॉरवर्ड/रिफ्रेश बटन, बुकमार्क्स (पसंदीदा साइट्स को सेव करना), टैब्स का उपयोग (एक ही विंडो में कई वेबपेज खोलना)। -
प्रभावी ढंग से सर्च करना:
- सटीक कीवर्ड्स का उपयोग करना।
- उद्धरण चिह्नों
" "
का उपयोग करके सटीक वाक्यांश खोजना (जैसे"डिजिटल साक्षरता कोर्स"
)। - विशिष्ट साइट्स पर खोजने के लिए
site:
ऑपरेटर का उपयोग (जैसेsite:gov.in डिजिटल इंडिया
)। - सर्च फिल्टर्स का उपयोग (इमेज, वीडियो, समय सीमा आदि के लिए)।
- स्रोत की विश्वसनीयता का मूल्यांकन करना (कौन सी वेबसाइट? कब अपडेट हुई? तथ्यों के स्रोत?)।
- ईमेल खाता बनाना: Gmail, Outlook.com, Yahoo Mail जैसे फ्री प्रदाताओं पर खाता बनाना।
- ईमेल भेजना और प्राप्त करना: नया ईमेल बनाना, प्राप्तकर्ता का ईमेल पता (To), विषय (Subject) लिखना, संदेश लिखना।
- अटैचमेंट्स: फाइलें (दस्तावेज़, चित्र) संलग्न करना और खोलना।
- ईमेल प्रबंधन: इनबॉक्स व्यवस्थित करना, फोल्डर्स/लेबल बनाना, महत्वपूर्ण ईमेल को स्टार करना, स्पैम को पहचानना और हटाना।
- ईमेल शिष्टाचार (Netiquette): स्पष्ट विषय रेखा, व्यावसायिक भाषा, उचित अभिवादन और समापन, बड़े अटैचमेंट्स से पहले पूछना, अनावश्यक CC/BCC से बचना।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Key Vocabulary):
URL, ब्राउज़र, सर्च इंजन, कीवर्ड, SERP, ईमेल, प्रेषक (Sender), प्राप्तकर्ता (Recipient), विषय (Subject), अटैचमेंट, CC (कार्बन कॉपी), BCC (ब्लाइंड कार्बन कॉपी), इनबॉक्स, स्पैम, नेटिकेट।
3.3 मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन मीटिंग टूल्स (Mobile Apps & Online Meeting Tools)
अवधारणाएँ (Concepts):
- मोबाइल ऐप्लिकेशन (Mobile App): स्मार्टफोन या टैबलेट जैसे मोबाइल उपकरणों पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया सॉफ्टवेयर प्रोग्राम। यह विशिष्ट कार्यों को करने में मदद करता है।
- ऐप स्टोर (App Store): ऐप्स को खोजने, डाउनलोड करने और इंस्टॉल करने के लिए डिजिटल मार्केटप्लेस (जैसे Google Play Store - Android, Apple App Store - iOS)।
- ऑनलाइन मीटिंग टूल्स (Online Meeting Tools): इंटरनेट के माध्यम से दूरस्थ स्थानों पर स्थित लोगों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, ऑडियो कॉलिंग, स्क्रीन शेयरिंग और सहयोग (कॉलबोरेशन) को संभव बनाने वाले सॉफ्टवेयर या प्लेटफॉर्म।
- क्लाउड-आधारित सेवाएँ (Cloud-Based Services): वे सेवाएँ जहाँ डेटा और एप्लिकेशन इंटरनेट पर सर्वर पर संग्रहीत होते हैं, जिससे किसी भी इंटरनेट-कनेक्टेड डिवाइस से उन तक पहुँचा जा सकता है।
व्यावहारिक कौशल (Practical Skills):
- ऐप्स को खोजना और इंस्टॉल करना: ऐप स्टोर में खोजना, ऐप विवरण, रेटिंग और रिव्यू पढ़ना, डाउनलोड और इंस्टॉल करना।
- ऐप्स को अपडेट और अनइंस्टॉल करना।
- ऐप परमिशन्स को समझना और प्रबंधित करना: यह जानना कि ऐप आपके डिवाइस (कैमरा, माइक्रोफोन, लोकेशन, कॉन्टैक्ट्स) तक कौन सी पहुँच माँग रहा है और उसे नियंत्रित करना।
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उपयोगी ऐप्स की श्रेणियाँ:
- संचार: WhatsApp, Telegram, Signal
- सोशल मीडिया: Facebook, Instagram, Twitter/X
- उत्पादकता: Google Drive, Microsoft Office (Mobile), Evernote, CamScanner
- व्यापार/वित्त: Paytm, PhonePe, Google Pay, Bank Apps
- यात्रा: Google Maps, Ola, Uber, IRCTC Rail Connect
- सरकारी सेवाएँ: UMANG, DigiLocker
- स्वास्थ्य: Aarogya Setu, Practo, HealthifyMe
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ऑनलाइन मीटिंग टूल्स का उपयोग:
- मीटिंग शेड्यूल करना और लिंक शेयर करना (Zoom, Google Meet, Microsoft Teams)।
- मीटिंग में शामिल होना (लिंक पर क्लिक करके या मीटिंग आईडी/पासकोड डालकर)।
- वीडियो/ऑडियो को चालू/बंद करना।
- चैट फीचर का उपयोग करना।
- स्क्रीन शेयर करना (अपनी स्क्रीन या विशिष्ट विंडो दिखाना)।
- वर्चुअल बैकग्राउंड का उपयोग करना (यदि उपलब्ध हो)।
- मीटिंग रिकॉर्ड करना (यदि होस्ट द्वारा अनुमति दी गई हो)।
- मीटिंग शिष्टाचार: समय पर शामिल होना, म्यूट करना जब बोल नहीं रहे हों, उचित पोशाक और पृष्ठभूमि।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Key Vocabulary):
ऐप, ऐप स्टोर, डाउनलोड, इंस्टॉल, अनइंस्टॉल, अपडेट, परमिशन्स, क्लाउड, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, मीटिंग लिंक, मीटिंग आईडी, पासकोड, होस्ट, प्रतिभागी (Participant), म्यूट/अनम्यूट, वीडियो ऑन/ऑफ, स्क्रीन शेयर, वर्चुअल बैकग्राउंड।
3.4 सोशल मीडिया और इंटरनेट सुरक्षा (Social Media and Internet Safety)
अवधारणाएँ (Concepts):
- सोशल मीडिया (Social Media): ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जहाँ लोग सामग्री (कंटेंट) बना सकते हैं, साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे के साथ संवाद कर सकते हैं (जैसे Facebook, Instagram, Twitter/X, LinkedIn, YouTube, WhatsApp - सीमित सीमा तक)।
- इंटरनेट सुरक्षा (Internet Safety/Cybersecurity): इंटरनेट का उपयोग करते समय व्यक्तिगत जानकारी, डिवाइस और डेटा को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए किए जाने वाले उपाय। यह डिजिटल सुरक्षा (Digital Safety) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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ऑनलाइन खतरे (Online Threats):
- मैलवेयर (Malware): दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर (वायरस, वर्म्स, ट्रोजन, रैंसमवेयर) जो डिवाइस को नुकसान पहुँचा सकता है या डेटा चुरा सकता है।
- फ़िशिंग (Phishing): धोखे से व्यक्तिगत जानकारी (जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर) चुराने के लिए बनाए गए नकली ईमेल, मैसेज या वेबसाइट।
- ऑनलाइन उत्पीड़न (Cyberbullying/Harassment): इंटरनेट के माध्यम से किसी को धमकाना, परेशान करना या शर्मिंदा करना।
- आइडेंटिटी थेफ्ट (Identity Theft): किसी और की व्यक्तिगत जानकारी चुराकर उसके नाम पर धोखाधड़ी करना।
- गोपनीयता का उल्लंघन (Privacy Breach): आपकी अनुमति के बिना आपकी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग या प्रकटीकरण।
- गलत सूचना/अफवाहें (Misinformation/Fake News): जानबूझकर या अनजाने में फैलाई गई झूठी या भ्रामक सूचनाएँ।
व्यावहारिक कौशल (Practical Skills):
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सोशल मीडिया का सुरक्षित उपयोग:
- प्रोफाइल सेटिंग्स को समझना और गोपनीयता सेटिंग्स को सख्त बनाना (कौन आपकी पोस्ट देख सकता है? कौन आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज सकता है?)।
- सोच-समझकर पोस्ट करना: एक बार ऑनलाइन हो गया, तो हटाना मुश्किल हो सकता है। भविष्य के रोजगार या प्रतिष्ठा पर प्रभाव पर विचार करें।
- व्यक्तिगत जानकारी (पूरा पता, फोन नंबर, जन्मतिथि, वित्तीय विवरण) सार्वजनिक रूप से साझा न करना।
- अनजान लोगों से अनुरोधों को स्वीकार करने में सावधानी बरतना।
- सोशल मीडिया पर समय सीमा निर्धारित करना।
-
इंटरनेट सुरक्षा के उपाय:
- मजबूत पासवर्ड: लंबे (8+ अक्षर), अक्षरों (बड़े और छोटे), संख्याओं और प्रतीकों का मिश्रण। अलग-अलग खातों के लिए अलग-अलग पासवर्ड। पासवर्ड मैनेजर का उपयोग।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA): जहाँ भी उपलब्ध हो, सक्षम करें। यह लॉगिन के लिए पासवर्ड के अलावा एक और सत्यापन चरण (जैसे फोन पर कोड) जोड़ता है।
- सॉफ्टवेयर अपडेट: ऑपरेटिंग सिस्टम, ब्राउज़र और ऐप्स को नवीनतम सुरक्षा पैच के लिए नियमित रूप से अपडेट करें।
- एंटीवायरस/एंटी-मैलवेयर: विश्वसनीय सुरक्षा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और उसे अपडेट रखें।
- फ़िशिंग से बचाव: अज्ञात प्रेषकों से लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें। ईमेल पते और वेबसाइट URL को ध्यान से जाँचें (जैसे
paypai.com
की जगहpaypal.com
)। आधिकारिक वेबसाइटों पर सीधे जाएँ। - सार्वजनिक वाई-फाई (Public Wi-Fi): सार्वजनिक नेटवर्क पर बैंकिंग या संवेदनशील कार्य करने से बचें। यदि आवश्यक हो तो VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करें।
- डेटा का बैकअप: महत्वपूर्ण फाइलों का नियमित रूप से बैकअप लें (बाहरी हार्ड ड्राइव या क्लाउड स्टोरेज पर)।
- गोपनीयता सेटिंग्स की समीक्षा: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अन्य सेवाओं पर अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को नियमित रूप से चेक करें।
- सूचना की पुष्टि करना: शेयर करने से पहले समाचार या जानकारी की सटीकता की जाँच करें (फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट्स का उपयोग करके)।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Key Vocabulary):
सोशल मीडिया, गोपनीयता (Privacy), सेटिंग्स, पोस्ट, शेयर, फिशिंग, मैलवेयर, साइबरबुलिंग, पासवर्ड, 2FA (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन), अपडेट, एंटीवायरस, बैकअप, गलत सूचना (Misinformation), फ़ेक न्यूज़ (Fake News), डिजिटल फुटप्रिंट।
3.5 सीखने और करियर विकास के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (Online Platforms for Learning & Career Growth)
अवधारणाएँ (Concepts):
- ई-लर्निंग (E-Learning): इंटरनेट के माध्यम से होने वाला सीखना। इसमें विभिन्न प्रारूप शामिल हैं: ऑनलाइन कोर्स, वेबिनार, ट्यूटोरियल वीडियो, डिजिटल लाइब्रेरीज़।
- मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेज (MOOCs): दुनिया भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा पेश किए जाने वाले बड़े पैमाने पर खुले ऑनलाइन पाठ्यक्रम। अक्सर मुफ्त या कम लागत वाले।
- ऑनलाइन करियर प्लेटफॉर्म: नौकरी खोजने, प्रोफाइल बनाने, नेटवर्किंग करने और करियर संसाधनों तक पहुँचने के लिए प्लेटफॉर्म।
- डिजिटल कौशल की मांग: डिजिटल अर्थव्यवस्था में डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट जैसे कौशलों की उच्च मांग है।
व्यावहारिक कौशल (Practical Skills):
-
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग:
- भारतीय प्लेटफॉर्म: SWAYAM (स्वयं), DIKSHA, NPTEL, ePathshala, Khan Academy (हिंदी में भी उपलब्ध)।
- अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म: Coursera, edX, Udemy, LinkedIn Learning, FutureLearn, Google Digital Garage।
- कोर्स खोजना (विषय, स्तर, भाषा के अनुसार)।
- कोर्स में दाखिला लेना।
- व्याख्यान वीडियो देखना, सामग्री पढ़ना, क्विज़ और असाइनमेंट पूरा करना।
- ऑनलाइन फोरम या चर्चा समूहों में भाग लेना।
- पूरा होने पर डिजिटल सर्टिफिकेट या बैज प्राप्त करना।
-
ऑनलाइन करियर विकास:
- प्रोफेशनल प्रोफाइल बनाना: LinkedIn पर एक मजबूत और पूर्ण प्रोफाइल बनाना (फोटो, हेडलाइन, सारांश, अनुभव, शिक्षा, कौशल, सिफारिशें)।
- ऑनलाइन नौकरी खोज: Naukri.com, Indeed, LinkedIn Jobs, Monster, सरकारी रोजगार पोर्टल्स (जैसे Sarkari Naukri) का उपयोग करके नौकरियाँ खोजना।
- डिजिटल रिज्यूमे (Resume/CV): एक पेशेवर रिज्यूमे बनाना (MS Word या ऑनलाइन टेम्पलेट्स का उपयोग करके) और उसे PDF के रूप में सहेजना। इसे ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स पर अपलोड करना।
- ऑनलाइन नेटवर्किंग: LinkedIn पर अपने क्षेत्र के पेशेवरों से जुड़ना, उद्योग समूहों में शामिल होना, प्रासंगिक चर्चाओं में भाग लेना।
- डिजिटल पोर्टफोलियो: रचनात्मक या तकनीकी क्षेत्रों (डिजाइन, वेब डेवलपमेंट, लेखन) में काम करने वालों के लिए अपने काम को प्रदर्शित करने वाली एक व्यक्तिगत वेबसाइट या पोर्टफोलियो प्लेटफॉर्म (जैसे Behance, GitHub) का निर्माण करना।
- ऑनलाइन साक्षात्कार (Online Interviews): Zoom, Google Meet आदि के माध्यम से साक्षात्कार के लिए तैयार रहना (कनेक्शन, ऑडियो/वीडियो, पृष्ठभूमि की जाँच)।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Key Vocabulary):
ई-लर्निंग, मूक (MOOC), ऑनलाइन कोर्स, सर्टिफिकेट, वेबिनार, ट्यूटोरियल, नौकरी पोर्टल, रिज्यूमे (बायोडाटा), कवर लेटर, लिंक्डइन, नेटवर्किंग, ऑनलाइन साक्षात्कार, डिजिटल पोर्टफोलियो, डिजिटल स्किल्स।
निष्कर्ष:
इस अध्याय में हमने आधुनिक दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक मूलभूत डिजिटल और ऑनलाइन कौशलों को समझा है। एमएस वर्ड जैसे उत्पादकता उपकरणों से लेकर इंटरनेट और ईमेल के प्रभावी उपयोग, मोबाइल ऐप्स की दुनिया, सोशल मीडिया के सुरक्षित प्रयोग और महत्वपूर्ण इंटरनेट सुरक्षा उपायों तक – ये सभी कौशल आपको डिजिटल युग में सक्षम और सुरक्षित बनाते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म और करियर विकास के अवसरों ने ज्ञान और रोजगार तक पहुँच को क्रांतिकारी रूप से बदल दिया है। इन कौशलों को निरंतर सीखते और अभ्यास करते रहना ही डिजिटल दुनिया में आगे बढ़ने और अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त करने की कुंजी है। सावधान रहें, जिज्ञासु बने रहें और सीखना जारी रखें!